मजीठिया के ड्रग मामले में फसने की पूरी कानूनी कहानी

ड्रग मामले में बिक्रम मजीठिया से पूछताश के लिए पंजाब सरकार द्वारा AIG बलराज सिंह की अगवाई में बनाई गई SIT क़रीब 60 सवालों के साथ पूछताश के त्यार है SIT ने पहले से ही अपने सवालो लिस्ट तैयार कर रखी थी पुलिस ने अपना पूरा होम वर्क कर लिया है वही मजीठिया भी देर रात तक बैठ कर अपनी लीगल टीम के साथ पूछताश में सवालों से बचने की पूरी तैयारी कर रहे है
ये है पूरा मामला
मामला करीब 9 साल पुराना है 2013 में NRI अनूप सिंह काहलो को फतेहगढ़ साहिब से पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था उसके बाद करीब 6 हज़ार करोड़ के ड्रग का भांडाफोड़ हुआ था काहलो की स्टेटमेंट के बाद पंजाब पुलिस के बर्खास्त DSP जगदीश भोला की गिरफ्तारी हुई तभी 2013 में जगदीश भोला ने पेशी के बाद मीडिया के सामने ड्रग मामले में बिक्रम मजीठिया के जुड़े होने की बात कही उसके बाद 2015 में मजीठिया को ED ने समन किया इसी दौरान अमृतसर के फर्नासिस्ट बिट्टू औलख और जगदीश चहल की भी गिरफ्तारी हुई बिक्रम मजीठिया पर 70 लाख हवाले का पैसा लेन देन की बात सामने आई
इस मामले में एक और नाम सामने आया NRI सत्ता जो इस मामले में खूब चर्चा में रहा, चहल ने बताया कि जब सत्ता भारत आता था तब सत्ता को गाड़ी और गार्ड दिए जाते थे
मामले की परतें खुलती गई तो अकाली नेता रतन सिंह अजनाला के बेटे बोनी अजनाला ने गवाही में बिक्रम मजीठिया के बिट्टू औलख के साथ मजीठिया के संबध होने की बात कही और ये भी माना कि 2005 में बिट्टू औलख के साथ मजीठिया को उसने ही मिलवाया था
NDPS के तहत बिक्रम मजीठिया पर मामला दर्ज
20 दिसंबर 2021 की रात बिक्रम मजीठिया खिलाफ 2018 की एक रिपोर्ट के आधार पर एक मामला दर्ज किया गया NDPS की धारा 25 , 27 A , 29 के तहत मामला दर्ज किया गया तबसे बिक्रम मजीठिया अंडरग्राउंड थे और 10 जनवरी 2022 को हाई कोर्ट से मिली राहत के बाद अब बुधवार को मजीठिया SIT के सामने मोहाली में पेश होंगे